उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले आजादी के महानायकों व संविधान निर्माताओं के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।इस अवसर पर राज्यपाल ने राजभवन उत्तराखंड की पत्रिका ‘‘देवभूमि संवाद’’ का विमोचन किया। राजभवन उत्तराखंड की पत्रिका देवभूमि संवाद का प्रकाशन प्रत्येक 06 माह में किया जाता है। इस पत्रिका में राज्यपाल के कार्यक्रमों, बैठकों, भाषणों सहित अन्य गतिविधियों को अंकित किया गया है। देवभूमि संवाद का संपादन संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, सह संपादन अर्जुन पटवाल, सहयोग सूचना अधिकारी अजनेश राणा द्वारा किया गया है।इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन बेहद खास है। गणतंत्र के 75वें वर्ष में प्रवेश कर लिया है यह हमारी अमृत महोत्सव के साथ-साथ अमृतकाल का भी दिन है जो हमें प्रेरित करता है कि हम किस प्रकार विकसित राष्ट्र, सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र और आत्मनिर्भर भारत के लिए संकल्प लें।राज्यपाल ने कहा कि साल 2023 भारतवर्ष के लिए भी उपलब्धियों से भरा रहा। भारत ने जी-20 की अध्यक्षता कर पूरी दुनिया को जहां एक ओर वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया, वहीं दूसरी ओर अपनी वैश्विक नेतृत्व की क्षमता को प्रदर्शित किया। चंद्रयान-3 लॉन्च कर भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला पहला देश बना। दुनिया के सबसे तेज 5-G रोलआउट को हासिल करना, डिजिटल पेमेंट में सबसे ऊपर रहना और सौर मिशन आदित्य एल-1 सहित एशियन गेम्स में 100 से अधिक मेडल जीतना दर्शाता है कि हम मिशन-2047 की ओर सही और स्पष्ट रूप से आगे बढ़ रहे हैं।राज्यपाल ने कहा कि देश के विकास के साथ युवा उत्तराखंड भी प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है। हमने गत 24 वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं किन्तु सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने के लिए अभी हमें लंबा सफर तय करना है। उन्होंने कहा कि साल 2024 में हम सभी का समर्पण भाव इच्छा शक्ति और कार्य शैली हमारे प्रदेश की दशा और दिशा तय करने वाली है। इसलिए उत्तराखण्ड को इस दशक में देश का विकसित, सर्वश्रेष्ठ एवं अग्रणी राज्य बनाने के लिए हम सबको संकल्प, सिद्धि, और सामर्थ्य के साथ अपना योगदान करना होगा।राज्यपाल ने कहा कि वर्ष 2023 में उत्तराखंड में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन, छठें विश्व आपदा प्रबंधन सम्मेलन, रेलवे-रोपवे, रोडवे एवं एयरवे का तीव्र विकास, स्वास्थ्य और पर्यटन सहित कई क्षेत्रों में यह साल राज्य के लिए उपलब्धियों से भरा रहा। देश में हुए जी-20 सम्मेलन से जुड़ी तीन बैठकों की मेजबानी से उत्तराखंड ने इस वर्ष देश-दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के युवा हमारी ताकत हैं। युवा देश एवं राज्य के वर्तमान भी हैं और भविष्य भी हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं का सामर्थ्य सेवाभाव, लगन, देश, प्रदेश, व समाज को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। उनके प्रयास, परिश्रम और शक्ति के बूते ही विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत और सर्वश्रेष्ठ भारत के लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है।राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश आज हर क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। युवाओं के लिए रोजगार हो, या किसान, मातृशक्ति के लिए चल रही योजनाओं से यह स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार राज्य के हर वर्ग के लिए संवेदनशील होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास का नया अध्याय लिखने के लिए हर व्यक्ति के योगदान की आवश्यकता है। विशेषकर मातृशक्ति, युवा शक्ति और साथ ही साथ पूर्व सैनिकों की अहम भागीदारी से उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाया जा सकता है।
