जीबी पन्त इंटर कॉलेज बना अखाड़ा, जानिए क्यों बुलानी पड़ी पुलिस

Kashipur News

काशीपुर में विद्या के मंदिर पं. गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य और मैनेजमेंट कमेटी के बीच चल रहा महीनों पुराना विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है और थमने का नाम नही ले रहा है। मामले को लेकर आज मैनेजमेंट कमेटी की अध्यक्ष प्रतिनिधि के द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें उनके द्वारा कॉलेज के प्रधानाचार्य और स्थानीय भाजपा नेता को ऊपर आरोप लगाए गए। दरअसल मामला काशीपुर के पंडित गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज का है जहां बीते काफी समय से चल रहे कॉलेज के प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक और कॉलेज की प्रबंध समिति के बीच विवाद समय समय पर उखड़ता रहा है। बीते रोज कॉलेज में सुबह से अंदर ही अंदर पनप रहा विवाद अचानक उस वक़्त तेज हो गया और कॉलेज में विद्या की फिजा बिगड़ गयी। प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक और प्रबंध समिति ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अपने अपने तर्क रखते हुए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा डाले। कॉलेज में अचानक हंगामा होता देख कॉलेज के छात्रों में प्रधानाचार्य के पक्ष में आक्रोश व्याप्त हो गया और देखते ही देखते इस विवाद में प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक के पक्ष में कॉलेज के छात्र उतर आए। इस बीच सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रबंध समिति और इस विवाद में मौके पर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष और वर्तमान में पीसीयू चैयरमैन राम मेहरोत्रा तथा अन्य के बीच विवाद शांत कराया। घटना के बाद पूरे मामले में डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय ने भाजपा नेता राम मेहरोत्रा और प्रधानाचार्य जयशंकर कौशिक के खिलाफ उनके साथ दुर्व्यवहार करने व धक्का देने का आरोप लगाते हुए कोतवाली पर तहरीर दी है जबकि प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने भी पुलिस को तहरीर देखकर डॉक्टर नीरज आत्रेय पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुट तो गयी लेकिन अब इस मामले पर प्रेस वार्ताओं का दौर शुरू हो चुका है। मामले में पं. गोविंद बल्लभ पंत इंटर कॉलेज में समिति चैयरमैन प्रतिनिधि व सदस्या ने भाजपा नेता व प्राधानाचार्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कॉलेज में हस्तक्षेप की बात कही। अपने आवास पर प्रेसवार्ता कर समिति की सदस्या डॉ. दीपिका गुड़िया ने कहा कि जीबी पंत इंटर कॉलेज के प्राधानाचार्य अजय शंकर कौशिक को निलम्बित कर दिया गया है। कॉलेज प्राधानाचार्य व एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने उनके साथ अभ्रदता की। जिससे उन्हे मानसिक रूप से अघात हुआ है। भाजपा नेता के इस रवैये ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सुरक्षा व बेटी बचाओ के नारे को कलंकित किया है। आरोप लगाया कि भाजपा नेता राम मेहरोत्रा अपनी ही पार्टी के सिद्धांतो के खिलाफ कार्य करते है। उधर समिति चैयरमैन विमला गुड़िया ने भाजपा नेता पर कॉलेज में जबरन हस्तक्षेप कर माहौल खराब करने का आरोप लगाया। साथ ही अपने रहते इस तरह के कार्य न होने की चेतावनी भी दी। उन्होने कहा कि प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक प्रबंध समिति पर कब्जे की फ़िराक में है। प्रधानाचार्य एक भाजपा नेता से साठगांठ कर स्कूल प्रबंध समिति पर अवैध कब्जा करनेके प्रयास में हैं। उन्होंने उन पर सदस्यों की फर्जी सूची तैयार करने का भी आरोप लगाया। शुक्रवार को अपने चाचा विमल गुड़िया के आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रबंध समिति अध्यक्षा की प्रतिनिधि डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय ने कहा कि एक भाजपा नेता औरप्रधानाचार्य मिलकर साजिश के तहत स्कूल में विवाद की स्थिति पैदा कर रहे हैं। गुरुवार को जब उनके पति स्कूल पहुंचे तो स्कूल के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने उनके साथ हाथापाई की। इस दौरान पुलिस भी स्कूल पहुंच गई। प्रबंध समिति की अध्यक्षा ने उन्हें स्कूल भेजा तो उनपरभी हमले की साजिश की। ड्राइवर और स्कूल के चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ने भी उनके साथ हाथापाई की। गुड़िया नेकहा कि पुलिस जब मौके पर थी तो भाजपा नेता को हस्तक्षेप करने की क्या आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रधानाचार्य गुड़िया परिवार के खिलाफ है। वह समिति और शिक्षा विभाग के आदेशों को नहीं मानते हैं। जबकि शिक्षा विभाग ने नियामानुसार चुनाव कराया है।उन्होंने प्रधानाचार्य पर व्यापक अनियमित्ताएं बरतने का आरोप लगाया। आरोप है कि प्रधानाचार्य और भाजपा नेता ने मिलकर 99 सदस्यों की सूची तक बना डाली। इसमें खुद प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर भी हैं। जिसे वह शिक्षा विभाग से स्वीकृत कराना चाहते थे, लेकिन सफल नही हो पाए। प्रधानाचार्य ने तीन माह से शिक्षकों और कर्मियों को वेतन तक नहीं दिया है। जबकि मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रधानाचार्य को वेतन आहारित करने के संबंध में चार बार के हैं। कहा कि भाजपा नेता को नियमों की जानकारी नहीं है।वह स्कूली बच्चों को भड़का रहे हैं। वहां प्रबंध समिति अध्यक्ष विमल गुड़िया विकल्प गुड़िया आदि मौजूद रहे।

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